Jumped Deposit Scam: बैंक बैलेंस चेक करने पर अकाउंट खाली होने से बचने के तरीके I 2025

नमस्कार दोस्तों! आज हम एक ऐसे खतरनाक UPI स्कैम के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसने हाल ही में देशभर में हलचल मचा दी है। इस स्कैम का नाम ‘Jumped Deposit Scam’ है, जो बेहद चतुराई से लोगों को शिकार बनाता है और उनके बैंक खाते खाली कर देता है। यह स्कैम इसलिए और भी खतरनाक है क्योंकि इसमें ठग आपके खाते में पैसे जमा करके आपका भरोसा जीतते हैं, और फिर बैलेंस चेक करने के बहाने आपकी मेहनत की कमाई लूट लेते हैं। यह एक ऐसा साइबर अपराध है, जहां पीड़ित को इस बात का एहसास भी नहीं होता कि उसके साथ धोखा हो रहा है। इस वीडियो में हम आपको इस स्कैम के काम करने के तरीके, उससे बचने के उपाय और अगर आप इस स्कैम के शिकार हो जाते हैं तो क्या करना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। ध्यान से सुनिए और अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस जानकारी को जरूर साझा कीजिए, ताकि कोई भी इस धोखाधड़ी का शिकार न बने।

‘Jumped Deposit Scam’ क्या है, और यह कैसे काम करता है?

‘Jumped Deposit Scam’ एक अत्यधिक शातिर और नया साइबर धोखाधड़ी का तरीका है, जिसमें ठग UPI प्लेटफॉर्म का उपयोग करके लोगों को धोखा देते हैं। इस स्कैम की शुरुआत इस तरह होती है कि साइबर ठग आपके बैंक खाते में जानबूझकर एक छोटी राशि, जैसे ₹10, ₹100 या ₹500 भेजते हैं। यह राशि भेजने का उद्देश्य सिर्फ आपका ध्यान आकर्षित करना होता है। पैसा क्रेडिट होते ही, आपके बैंक या UPI ऐप से एक नोटिफिकेशन आता है कि आपके खाते में पैसा जमा हुआ है। अधिकतर लोग अपनी वित्तीय स्थिति की पुष्टि के लिए बैंक बैलेंस चेक करते हैं। यहीं पर ठग अपना असली खेल शुरू करते हैं। जैसे ही आप अपना बैंक बैलेंस चेक करने के लिए अपने UPI ऐप में लॉगिन करते हैं और पिन डालते हैं, उसी समय ठग पहले से ही आपके खाते से बड़ी रकम के ट्रांसफर की रिक्वेस्ट डाल चुके होते हैं। चूंकि आपने खुद अपने खाते में पिन दर्ज किया होता है, सिस्टम उस रिक्वेस्ट को स्वीकृत मानता है और आपके खाते से बड़ी धनराशि कट जाती है।

‘Jumped Deposit Scam’ किस तरह काम करता है?

यह स्कैम बेहद योजनाबद्ध और तकनीकी रूप से उन्नत तरीके से काम करता है। सबसे पहले साइबर अपराधी आपके बैंक खाते की जानकारी किसी डाटा लीक या अन्य Illegal माध्यमों से प्राप्त करते हैं। इसके बाद वे आपके खाते में जानबूझकर एक छोटी राशि ट्रांसफर करते हैं। जैसे ही आपके खाते में पैसे क्रेडिट होते हैं, बैंक द्वारा भेजा गया मैसेज आपको बैंक बैलेंस चेक करने के लिए प्रेरित करता है। जैसे ही आप अपने बैंकिंग ऐप या UPI प्लेटफॉर्म पर लॉग इन करते हैं और पिन दर्ज करते हैं, पहले से सेट की गई ट्रांजेक्शन रिक्वेस्ट ऑटोमैटिकली स्वीकृत हो जाती है। पिन डालते ही आपका पैसा ठगों के खाते में ट्रांसफर हो जाता है। यह पूरा प्रोसेस इतनी सफाई से किया जाता है कि पीड़ित को यह समझ में ही नहीं आता कि उसके साथ क्या हुआ है। इस स्कैम की सबसे खतरनाक बात यह है कि ठग खुद ही आपको पैसे भेजते हैं और इसी कारण से पीड़ित को तुरंत संदेह नहीं होता। लोग इसे किसी गलती से किया गया ट्रांसफर समझकर बैलेंस चेक करते हैं और इसी दौरान धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।

UPI स्कैम के बढ़ते मामलों पर पुलिस ने क्या अलर्ट जारी किया है?

तमिलनाडु पुलिस ने हाल ही में इस ‘Jumped Deposit Scam’ को लेकर आधिकारिक अलर्ट जारी किया है। पुलिस ने बताया है कि इस स्कैम की कई शिकायतें नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज की गई हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह एक संगठित साइबर अपराध है। तमिलनाडु पुलिस ने लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी है। उनके अनुसार, अगर आपके बैंक खाते में किसी अनजान व्यक्ति द्वारा पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं, तो उसे हल्के में न लें। यह स्कैम आपके बैंक अकाउंट की सुरक्षा को सीधे खतरे में डालता है। पुलिस ने यह भी बताया कि इस स्कैम के शिकार होने वाले अधिकतर लोग वे होते हैं, जो डिजिटल बैंकिंग और UPI के बारे में अधिक जागरूक नहीं होते। इसीलिए financial literacy और जागरूकता बहुत जरूरी हो जाती है।

UPI स्कैम से बचने के लिए कौन-कौन से आसान तरीके अपनाए जा सकते हैं?

इस स्कैम से बचाव के लिए आपको कुछ आसान लेकिन बेहद महत्वपूर्ण उपायों को अपनाना चाहिए। सबसे पहला और महत्वपूर्ण तरीका यह है कि अगर आपके बैंक खाते में किसी अनजान व्यक्ति ने पैसे भेजे हैं, तो उसे तुरंत बैलेंस चेक करने के लिए अपना पिन न डालें। अगर आपको फिर भी बैलेंस चेक करना है, तो कम से कम 15 से 30 मिनट तक प्रतीक्षा करें, ताकि यदि ठगों ने कोई ट्रांजेक्शन रिक्वेस्ट पहले से सेट कर रखी हो, तो वह स्वतः कैंसिल हो जाए। दूसरा तरीका यह है कि अगर आपको तुरंत बैलेंस चेक करना जरूरी लगे, तो जानबूझकर गलत पिन डालें। इससे यदि कोई ट्रांजेक्शन पहले से पेंडिंग होगी, तो वह फेल हो जाएगी और आपका पैसा सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा, अपनी बैंकिंग एप्लिकेशन में 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का इस्तेमाल करें। इससे सिर्फ पिन डालने से ट्रांजेक्शन पूरा नहीं होगा, बल्कि एक अतिरिक्त सिक्योरिटी लेयर जुड़ जाएगी।

अगर आप UPI स्कैम का शिकार हो जाएं तो क्या कदम उठाने चाहिए?

अगर दुर्भाग्यवश आप इस स्कैम का शिकार हो जाते हैं, तो घबराने के बजाय तुरंत कार्रवाई करें। सबसे पहले अपने बैंक को कॉल करें और संदिग्ध ट्रांजेक्शन को रोकने के लिए रिक्वेस्ट करें। इसके बाद भारत सरकार द्वारा संचालित साइबर क्राइम पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। इसके अलावा, अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल में जाकर एफआईआर दर्ज करवाएं। साइबर अपराधों के मामलों में Immediately कार्रवाई करने पर आपके पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

UPI ट्रांजेक्शन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कौन से आवश्यक उपाय अपनाने चाहिए?

डिजिटल बैंकिंग ने हमारी जिंदगी को जितना आसान बनाया है, उतने ही नए-नए साइबर अपराधों को भी जन्म दिया है। इसलिए यह आवश्यक है कि आप अपनी डिजिटल सुरक्षा के लिए कुछ आवश्यक उपायों को अपनाएं। हमेशा अपने बैंकिंग ऐप को अपडेट रखें, ताकि नई सिक्योरिटी फीचर्स का लाभ मिल सके। पब्लिक वाई-फाई पर कभी भी बैंकिंग ऐप का इस्तेमाल न करें और अपने बैंकिंग पासवर्ड को नियमित रूप से बदलते रहें।

Conclusion

तो दोस्तों, ‘Jumped Deposit Scam’ एक नया और खतरनाक साइबर अपराध है, जो आपकी मेहनत की कमाई को मिनटों में गायब कर सकता है। इस स्कैम से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। अगर हमारे आर्टिकल ने आपको कुछ नया सिखाया हो, तो इसे शेयर करना न भूलें, ताकि यह महत्वपूर्ण जानकारी और लोगों तक पहुँच सके। आपके सुझाव और सवाल हमारे लिए बेहद अहम हैं, इसलिए उन्हें कमेंट सेक्शन में जरूर साझा करें। आपकी प्रतिक्रियाएं हमें बेहतर बनाने में मदद करती हैं।

GRT Business विभिन्न समाचार एजेंसियों, जनमत और सार्वजनिक स्रोतों से जानकारी लेकर आपके लिए सटीक और सत्यापित कंटेंट प्रस्तुत करने का प्रयास करता है। हालांकि, किसी भी त्रुटि या विवाद के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं। हमारा उद्देश्य आपके ज्ञान को बढ़ाना और आपको सही तथ्यों से अवगत कराना है।

अधिक जानकारी के लिए आप हमारे GRT Business Youtube चैनल पर भी विजिट कर सकते हैं। धन्यवाद!”

Spread the love

Leave a Comment