Controversial: Sanjeev Bhasin स्टॉक मार्केट के ‘रॉकस्टार’ की कहानी – कैसे बनाई लाखों की फॉलोइंग और निवेश में कमाया भरोसा! 2025

सोचिए, अगर कोई व्यक्ति जो हर दिन टीवी पर आकर आपको स्टॉक मार्केट की सलाह दे, जिसे आप एक भरोसेमंद एक्सपर्ट मानते हों, वही व्यक्ति अगर पर्दे के पीछे आपकी जेब पर डाका डाल रहा हो तो? क्या आप कभी सोच सकते हैं कि जिस टिप पर आपने लाखों का Investment किया, वो दरअसल किसी की साज़िश का हिस्सा थी?

यही कहानी है Sanjeev Bhasin की, एक ऐसा नाम जिसे शेयर मार्केट का माहिर खिलाड़ी समझा जाता था, लेकिन अब उस पर लगा है Investors को चूना लगाने का आरोप और उस पर सेबी की गाज गिरी है। एक ऐसा धोखा जो न केवल पैसों की बर्बादी है, बल्कि उस भरोसे की भी हत्या है जो Investors ने वर्षों से पाला था।

Sanjeev Bhasin का नाम वित्तीय दुनिया में किसी परिचय का मोहताज नहीं रहा है। Zee Business, ET Now, CNBC Awaaz जैसे टीवी चैनलों पर वो लगातार दिखते थे और लाखों Investor उनकी बातों को आंख मूंदकर मानते थे। IIFL सिक्योरिटीज में डायरेक्टर रह चुके भसीन ने बाद में कंसल्टेंट की भूमिका निभाई, और IIFL के टेलीग्राम चैनल पर भी अपनी स्टॉक रिकमंडेशन्स देते रहे।

उन्होंने खुद को एक विश्वसनीय Investment सलाहकार के रूप में स्थापित किया था, लेकिन सेबी की हालिया जांच ने उनकी पूरी छवि पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला केवल कानूनी नहीं, बल्कि नैतिकता और विश्वास के उस ताने-बाने को भी झकझोरता है जिस पर Investors का भरोसा टिका होता है।

सेबी की जांच में जो खुलासा हुआ, उसने पूरे मार्केट को हिलाकर रख दिया। भसीन पर आरोप है कि उन्होंने ‘पंप एंड डंप’ स्कीम के जरिए Investors को गुमराह किया। इस स्कीम में पहले सस्ते दामों पर शेयर खरीदे जाते हैं, फिर टीवी और सोशल मीडिया के जरिए उनकी जमकर तारीफ की जाती है ताकि Investors को आकर्षित किया जा सके।

जैसे ही शेयर की कीमतें चढ़ती हैं, भसीन और उनके साथी शेयर बेचकर मोटा मुनाफा कमा लेते थे। इसके बाद जब Investors की बेताबी खत्म होती है और वे बिकवाली शुरू करते हैं, तो शेयर की कीमतें धड़ाम से गिरती हैं और आम आदमी की मेहनत की कमाई डूब जाती है। इस पूरे खेल की सबसे खतरनाक बात यह थी कि इसमें भसीन की सलाह का असर इतना प्रभावशाली था कि, Investor बिना सवाल किए उस पर विश्वास कर लेते थे।

सेबी ने इस स्कीम की तह तक जाकर पाया कि भसीन व्हाट्सएप और फोन कॉल्स के जरिए अपने डीलर्स को निर्देश देते थे। जिन शेयरों की टीवी पर तारीफ होती थी, वो पहले ही उनके करीबी लोगों द्वारा खरीद लिए जाते थे। जैसे ही लोगों ने उनकी बातों में आकर Investment किया, शेयर की कीमतें बढ़ीं और फिर उसी दिन वो मुनाफा काटकर बाहर निकल जाते। यह पूरा खेल इतना सुनियोजित और रणनीतिक था कि किसी को शक तक नहीं होता था। लोगों को लगता था कि वो एक भरोसेमंद सलाह पर अमल कर रहे हैं, जबकि सच्चाई यह थी कि वे एक साजिश का हिस्सा बन चुके थे।

सेबी ने 11.37 करोड़ रुपये की अवैध कमाई जब्त कर ली है और भसीन के सभी बैंक और डीमैट अकाउंट फ्रीज कर दिए हैं। इतना ही नहीं, सेबी ने इन सभी को 21 दिन में जवाब देने और अपनी पूरी संपत्ति की जानकारी जमा करने का आदेश दिया है। इसका मतलब है कि यह केवल एक अंतरिम आदेश है, जांच अभी भी जारी है और आगे की कार्रवाई और भी सख्त हो सकती है। साथ ही, ‘शो-कॉज नोटिस’ जारी करके यह पूछा गया है कि उन्हें स्थायी रूप से बैन क्यों न किया जाए और उन पर जुर्माना और ब्याज सहित रिकवरी क्यों न लागू की जाए।

भसीन की स्कीम को अंजाम देने में उनके करीबी रिश्तेदार और सहकर्मी भी शामिल थे। RRB Master Securities नाम की ब्रोकरेज फर्म के जरिए इन ट्रेड्स को अंजाम दिया जाता था, जिसे उनके कजिन ललित भसीन और जीजा आशीष कपूर चलाते थे। इनके साथ राजीव कपूर, जगत सिंह, प्रवीण गुप्ता और बबीता गुप्ता जैसे नाम भी शामिल थे। ये सभी लोग एक दूसरे से जुड़े हुए थे और एक पूरे नेटवर्क के तहत काम कर रहे थे। इनका आपसी तालमेल, पूंजी का प्रवाह, और जानकारी की अदला-बदली इस स्कीम को सफल बना रही थी।

सेबी ने इस खेल का एक उदाहरण भी दिया, जिसमें बताया गया कि कैसे भसीन ने 11 जनवरी 2022 को L&T Technology Services के शेयर खरीदकर, टीवी पर उसकी तारीफ की और फिर तुरंत उसे बेचकर 1.36 लाख रुपये कमा लिए। इसी तरह, 7 फरवरी 2024 को Parag Milk Foods के शेयर खरीदकर टीवी पर ‘स्पेशल पिक’ बताया और उसी दिन 8.4 लाख रुपये का मुनाफा काट लिया। यह सब इतने चतुराई से किया गया कि आम Investor को इसका अंदाजा तक नहीं होता था। उन्होंने अपनी स्थिति का फायदा उठाते हुए एक सधे हुए अपराध की तरह इस पूरे खेल को अंजाम दिया।

यह घोटाला तब सामने आया जब सितंबर और अक्टूबर 2023 में सेबी को तीन शिकायतें मिलीं। शिकायत में कहा गया कि कुछ लोग टीवी पर स्टॉक रिकमेंडेशन देकर मार्केट में हेराफेरी कर रहे हैं। सेबी ने जनवरी 2020 से जून 2024 तक की पूरी अवधि की जांच शुरू की। जून 2024 में NCR में सर्च ऑपरेशन चला जिसमें मोबाइल डिवाइसेज, व्हाट्सएप चैट्स, कॉल रिकॉर्ड्स और ऑडियो क्लिप्स जैसे सबूत मिले, जो इस पूरे घोटाले की पुष्टि करते हैं। जांच का दायरा व्यापक था और इसके नतीजे चौंकाने वाले निकले।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि Sanjeev Bhasin खुद न तो सेबी से रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट थे, न ही इनवेस्टमेंट एडवाइजर। फिर भी वो IIFL ब्रांड के नाम का इस्तेमाल कर अपने स्टॉक रिकमेंडेशन्स को प्रामाणिक बनाते थे। सेबी ने इसे Prohibition of Fraudulent and Unfair Trade Practices (PFUTP) रेगुलेशन का सीधा उल्लंघन माना है। यह एक उदाहरण है कि कैसे प्रभावशाली चेहरों के जरिए भी बड़ी धोखाधड़ी की जा सकती है, अगर सिस्टम की निगरानी में थोड़ी भी चूक हो जाए।

IIFL सिक्योरिटीज ने इस पूरे मामले से खुद को अलग करते हुए कहा कि Sanjeev Bhasin उनके बोर्ड के सदस्य नहीं थे। वो एक स्वतंत्र कंसल्टेंट के तौर पर जुड़े थे और उनका कॉन्ट्रैक्ट 30 जून 2024 तक का था, जिसे 17 जून को ही समाप्त कर दिया गया। कंपनी ने यह भी कहा कि भसीन ने उन्हें सेबी की जांच की जानकारी दी थी लेकिन कोई खास डिटेल्स नहीं बताईं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह भसीन की व्यक्तिगत गतिविधियों का मामला है और इसका कंपनी से कोई संबंध नहीं है।

सेबी ने Investors को चेतावनी दी है कि वे किसी भी स्टॉक टिप या सलाह को आंख मूंदकर न मानें। खासकर तब, जब वो सलाह टीवी या सोशल मीडिया जैसे खुले प्लेटफॉर्म पर दी जा रही हो। अगर कोई सलाहकार सेबी रजिस्टर्ड नहीं है, तो उसकी बातों पर भरोसा करना भारी नुकसान पहुंचा सकता है। इस पूरे मामले ने यह साफ कर दिया है कि बड़े नाम और चमकदार चेहरे हमेशा ईमानदारी की गारंटी नहीं होते।

लीगल एक्सपर्ट निराली मेहता ने कहा कि ये मामला एक चेतावनी है कि कैसे मीडिया का गलत इस्तेमाल कर मार्केट में हेराफेरी की जा सकती है। उन्होंने आम Investors को सलाह दी कि स्टॉक में Investment करने से पहले सलाह देने वाले की पृष्ठभूमि जरूर जांचें। क्योंकि जिन लोगों पर आप भरोसा करते हैं, अगर वही आपके भरोसे का फायदा उठाकर मुनाफा कमा रहे हों, तो नुकसान सिर्फ पैसे का नहीं, विश्वास का भी होता है।

यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है, जिसने अपनी सलाह से लाखों Investors की उम्मीदों को जगाया, लेकिन वही व्यक्ति उन्हीं उम्मीदों की राख बनाकर निकल गया। सेबी की जांच आगे क्या खुलासे करेगी, ये देखना बाकी है, लेकिन इतना तय है कि इस घटना ने पूरे शेयर बाजार को झकझोर दिया है। अब Investors की जिम्मेदारी है कि वो जागरूक रहें, सवाल करें, और Investment से पहले खुद रिसर्च करें, क्योंकि गलती सिर्फ दूसरों की नहीं होती, कुछ हिस्सेदारी हमारी भी होती है।

Conclusion

अगर हमारे आर्टिकल ने आपको कुछ नया सिखाया हो, तो इसे शेयर करना न भूलें, ताकि यह महत्वपूर्ण जानकारी और लोगों तक पहुँच सके। आपके सुझाव और सवाल हमारे लिए बेहद अहम हैं, इसलिए उन्हें कमेंट सेक्शन में जरूर साझा करें। आपकी प्रतिक्रियाएं हमें बेहतर बनाने में मदद करती हैं।

GRT Business विभिन्न समाचार एजेंसियों, जनमत और सार्वजनिक स्रोतों से जानकारी लेकर आपके लिए सटीक और सत्यापित कंटेंट प्रस्तुत करने का प्रयास करता है। हालांकि, किसी भी त्रुटि या विवाद के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं। हमारा उद्देश्य आपके ज्ञान को बढ़ाना और आपको सही तथ्यों से अवगत कराना है।

अधिक जानकारी के लिए आप हमारे GRT Business Youtube चैनल पर भी विजिट कर सकते हैं। धन्यवाद!”

Spread the love

Leave a Comment