Credit Card: से Rent Pay किराया चुकाने का स्मार्ट तरीका या बड़ा जाल? 2025

ज़रा सोचिए… महीने की पहली तारीख है। मोबाइल में नोटिफिकेशन आता है—“Rent Due”। दिल की धड़कन थोड़ी तेज़ हो जाती है, जेब टटोलते हैं तो कैश उतना नहीं है। बैंक अकाउंट देखते हैं तो बैलेंस सीमित है। तभी आपके दिमाग में एक ख्याल आता है—“क्यों न इस बार किराया Credit Card से दे दूँ? आखिर इससे मुझे रिवॉर्ड पॉइंट्स भी मिलेंगे, और पेमेंट करने की झंझट भी आसान हो जाएगी।”

लेकिन अगले ही पल सवाल उठता है—क्या यह सही फैसला होगा या गलती? यही दुविधा आज लाखों लोगों के सामने खड़ी है। क्योंकि किराया हर महीने का बड़ा खर्च है, और अगर इसे Credit Card से चुकाना शुरू किया जाए तो यह एक आदत बन सकती है। लेकिन क्या यह आदत फायदेमंद है या नुकसानदायक? आज हम इसी विषय पर गहराई में चर्चा करेंगे।

Credit Card आज के समय का सबसे आकर्षक वित्तीय टूल है। बैंकों और कंपनियों ने इसे इस तरह डिजाइन किया है कि यह न केवल आपको खरीदारी करने का मौका देता है, बल्कि उसके साथ ऑफ़र, पर्क्स और बोनस भी जोड़ देता है। जैसे ही आप खर्च करते हैं, वैसे ही आपको रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलते हैं, कैशबैक मिलता है, एयर माइल्स जुड़ते हैं और कभी-कभी डिस्काउंट्स भी।

ऐसे में लोगों को लगता है कि क्यों न जितना संभव हो उतना खर्च Credit Card से ही किया जाए। और जब किराया हर महीने का सबसे बड़ा खर्च है, तो उसे क्रेडिट कार्ड से भरने का विचार बेहद आकर्षक लगता है। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि हर चमकने वाली चीज़ सोना नहीं होती।

सबसे पहले समझना ज़रूरी है कि हर Credit Card के नियम अलग-अलग होते हैं। घर का किराया चुकाने का विकल्प सभी कार्ड्स में उपलब्ध हो, यह ज़रूरी नहीं है। और जहां उपलब्ध है, वहां शर्तें भी जुड़ी होती हैं। आमतौर पर बैंक या पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म्स किराया चुकाने पर 1% से 2.5% तक का सर्विस चार्ज वसूलते हैं। अब अगर आपका मासिक किराया 20,000 रुपए है, तो इस पर अतिरिक्त 200 से 500 रुपए तक आपको सर्विस चार्ज देना पड़ सकता है। यानी आप जो सोच रहे थे कि किराया भरकर रिवॉर्ड पॉइंट्स कमाएंगे, वह असल में उल्टा भी पड़ सकता है। अगर रिवॉर्ड्स की कीमत चार्जेस से कम है, तो यह डील आपके लिए घाटे का सौदा बन जाएगी।

अब बात करें रिवॉर्ड पॉइंट्स और कैशबैक की। अगर आपके कार्ड पर ऐसे ट्रांजेक्शन्स के लिए अच्छे प्वाइंट्स या कैशबैक मिलता है, तो आप महीने-दर-महीने एक बड़ा बोनस इकट्ठा कर सकते हैं। कई एयरलाइन कार्ड्स या मिल्स कार्ड्स ऐसे ट्रांजेक्शन पर खास लाभ देते थे। लेकिन हाल के बदलावों में कई बैंकों ने किराया भुगतान पर रिवॉर्ड पॉइंट्स देना बंद कर दिया है। यानी अब केवल कैशबैक या प्वाइंट्स के लालच में किराया Credit Cardसे चुकाना हमेशा फायदेमंद नहीं होगा।

एक और बड़ा रिस्क है जिसे कहते हैं “क्वासी कैश ट्रांजेक्शन।” कुछ बैंक किराए के भुगतान को उसी श्रेणी में डाल देते हैं, जैसे आप Credit Card से कैश निकालते हैं। इसका सीधा मतलब यह है कि न तो आपको ऐसे ट्रांजेक्शन पर प्वाइंट्स मिलेंगे और न ही कोई ऑफ़र लागू होगा। बल्कि, कई बार इन पर अतिरिक्त चार्जेस भी लगाए जाते हैं। और अगर आपने बिल समय पर नहीं भरा, तो भारी ब्याज और लेट फाइन अलग से देना पड़ेगा। यानी जो सुविधा लग रही थी, वही आपके लिए बोझ बन सकती है।

लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसमें कोई फायदा नहीं है। Credit Card से किराया भरने का एक बड़ा लाभ है लिक्विडिटी और फ्लेक्सिबलिटी। जब आप कार्ड से पेमेंट करते हैं, तो आपको 30 से 45 दिनों तक का ब्याज-मुक्त समय मिलता है। इसका फायदा यह है कि इस अवधि में आपके अकाउंट में जो पैसे बचे रहते हैं, उनका इस्तेमाल आप किसी और ज़रूरी काम में कर सकते हैं। यह एक तरह से आपको वित्तीय लचीलापन देता है। लेकिन यह तभी फायदेमंद है जब आप समय पर बिल चुका सकें। अगर आपने ड्यू डेट चूक दी, तो ब्याज दरें इतनी ऊँची होती हैं कि यह सुविधा मुसीबत में बदल जाती है।

क्रेडिट स्कोर पर भी इसका असर पड़ता है। अगर आप समय पर और पूरी रकम चुका देते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को मजबूत कर सकता है। इससे बैंक और वित्तीय संस्थाएं आपको एक जिम्मेदार ग्राहक मानती हैं, और भविष्य में आपको लोन लेने या बड़ा Credit Card हासिल करने में आसानी हो सकती है। लेकिन यदि आप बार-बार अपनी लिमिट तक खर्च करने लगते हैं, तो यह आपके स्कोर को नीचे भी खींच सकता है। और अगर भूल से भी आप समय पर बिल नहीं चुकाते, तो आपका सिबिल स्कोर तुरंत गिर जाएगा। यानी यह दोधारी तलवार है—सही इस्तेमाल किया तो फायदा, वरना नुकसान।

एक और पहलू है—सुविधा। किराया हर महीने समय पर देना होता है। अगर आप सीधे बैंक ट्रांसफर करते हैं, तो आपको हर बार डिटेल डालनी पड़ सकती है, चेक भरना पड़ सकता है या मकान मालिक को कैश देना पड़ सकता है। लेकिन Credit Card से यह आसान हो जाता है। आप एक बार ऑटो-पे सेट कर दीजिए और हर महीने का किराया समय पर निकल जाएगा। यह उन लोगों के लिए राहत है जो व्यस्त रहते हैं और भूलने की आदत रखते हैं।

लेकिन सुविधा की इस चादर के नीचे छिपा है चार्जेस का कांटा। सोचिए, अगर आपका किराया 25,000 रुपए है और हर महीने आप पर 2% सर्विस चार्ज लग रहा है, तो साल भर में यह रकम 6,000 रुपए तक पहुँच जाएगी। यानी सिर्फ सुविधा और रिवॉर्ड्स के नाम पर आप हजारों रुपये अतिरिक्त दे रहे हैं। यही कारण है कि वित्तीय विशेषज्ञ कहते हैं—किराया कार्ड से तभी भरें, जब आपको स्पष्ट रूप से उससे अधिक फायदा हो रहा हो।

दिलचस्प बात यह है कि बहुत से लोग केवल रिवॉर्ड्स के लालच में Credit Card से खर्च बढ़ा लेते हैं। लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि हर रिवॉर्ड पॉइंट की भी एक कीमत होती है। अगर वह कीमत आपके द्वारा दिए गए अतिरिक्त शुल्क से कम है, तो आप नुकसान में जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपको 1% कैशबैक मिल रहा है लेकिन 2% चार्ज देना पड़ रहा है, तो आप हर बार घाटा ही उठा रहे हैं।

Credit Card से किराया चुकाने का एक और साइड-इफेक्ट है आदत बन जाना। एक बार आपने यह तरीका अपनाया और महसूस किया कि अभी जेब से पैसा नहीं गया, तो धीरे-धीरे आप बाकी बिल और खर्च भी कार्ड पर डालने लगेंगे। यह मनोवैज्ञानिक जाल है। शुरुआत में तो आसान लगता है, लेकिन जैसे ही बिलिंग डेट आएगी और आपको पूरी रकम चुकानी होगी, तभी असली दबाव महसूस होगा। और अगर उस वक्त आपके पास रकम नहीं हुई, तो आपको ऊँचे ब्याज की चपेट में आना पड़ेगा।

अब सवाल यही है कि सही क्या है? विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर आपके पास अपनी वित्तीय स्थिति पर पूरा नियंत्रण है, आप अनुशासित हैं और समय पर बिल चुकाने की आदत है, तो Credit Card से किराया चुकाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे आपको थोड़े बहुत रिवॉर्ड्स भी मिलेंगे, क्रेडिट स्कोर बेहतर होगा और आपको ब्याज-मुक्त समय का लाभ भी मिलेगा। लेकिन अगर आप अनुशासित नहीं हैं, बार-बार भुगतान टालते हैं और खर्च को कंट्रोल नहीं कर पाते, तो यह फैसला आपके लिए भारी नुकसानदायक साबित हो सकता है।

इसलिए अगली बार जब आप किराया भरने बैठें और आपके दिमाग में यह ख्याल आए कि क्यों न Credit Card से ही पेमेंट कर दूँ, तो एक बार ठहरकर हिसाब जरूर लगाइए। देखिए कि आपके कार्ड पर लगने वाला चार्ज कितना है, आपको मिलने वाले रिवॉर्ड्स की कीमत कितनी है, और क्या आप वाकई समय पर पूरा बिल चुका पाएंगे। अगर जवाब हाँ है, तो आगे बढ़िए। लेकिन अगर जरा भी संदेह है, तो सुरक्षित रास्ता यही है कि सीधा बैंक ट्रांसफर या चेक से किराया चुकाइए।

क्योंकि अंत में Credit Card एक सुविधा है, पर यह सुविधा तभी वरदान है जब आप उसे जिम्मेदारी से इस्तेमाल करते हैं। वरना वही कार्ड आपके लिए बोझ बन सकता है और किराया चुकाने का आसान तरीका आपके बजट को और बिगाड़ सकता है।

Conclusion

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